Wednesday 15 June 2016

Dil Khoj Rahaa Hai

दिल खोज रहा है,
कोई  ऐसा साथी,
जो हर दम, हर पल,
रहे उसके साथ ही ।

इसने देखा है,
बहुत सूनापन,
हर पल लगता है,
जैसे कोई नई आयी हो अडचन ।

इस मुकाबले में,
वह अकेला नहीं जीतना चाहता,
कोई ऐसा मिले,
जिसके साथ वह मना पाए खुशियाँ ।

इसे अकेलापन,
पसंद नहीं,
वह मुस्कुराना चाहता है ऐसे,
जैसे पूरी दुनिया का सुख मिला हो उसे ही ।

 हर दुःख-दर्द में करना चाहता है,
वह उसे शामिल,
उसके सहारे के साथ,
वह दूर करेगा हर मुश्किल ।

दिल खोज रहा है,
एक ऐसी ताकत जो,
कर दे पूरा सर्वनाश,
हर बुरी-नज़र वाले को।

 उसे है पता,
कौन है ज़िम्मेदार,
कौन है फरेब,
किसके दिल में है लोगों के लिए  प्यार ।

दिल खोज रहा है,
एक ऐसा मनुष्य,
जो दिल में न रखता हो शत्रुता ,
सभी के दिल में वह बनाए अपनी अलग जगह । 

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