Tuesday 14 March 2017

बूँद

एक छोटी बूँद,
क्या कर सकती है?
सोचा है क्या तुमने कभी?
क्यों होती है यह ज़रूरी?

बूँदें जब गिरती हैं,
तो बन जाता है सागर ।
वैसे ही अगर हम एकजुट हो जाएँ,
तो कोई न कर सकेगा किसी का अनादर ।

बूँदें सिखाती हैं,
कि साथ रहो ।
कभी न होना जुदा,
क्योंकि उसी का दुश्मन उठाएगा फायदा ।

ज़रुरत पड़ने पर,
लेती है बाढ़ का रूप ।
बाढ़ के सूख जाने के बाद,
क्या सुन्दर, क्या कुरुप?

बूँद बुझाती है,
प्यासे की प्यास ।
मगर वह सजाती है,
गंगा के तट को ।

प्रकृति की सुंदरता,
कितनी अनमोल है ।
हर इच्छा करे  पूरी,
कभी न रहे कोई इच्छा अधूरी ।

बूँदें हैं भगवान की देन,
व्यर्थ न करना इसे ।
आज-कल पानी की है कमी,
एक दिन ऐसा आएगा जहाँ एक बूँद के लिए तरसेगा आदमी । 



यादें (गाना)

कैसे दिल से निकालूँ उन्हें,
हर पल सताती है,
कैसे यकीन दिलाऊँ अपने आप को,
कि यह लौटती नहीं है ।

यादें हैं,
बातें हैं,
हसीन  लम्हे हैं,
शिकायतें भी हैं ।

कुछ देर जो वक़्त बिताऊँ,
अकेले कभी,
झलक दिखती है मुझे,
अपने बीते  हुए कल की ।

वह ललकारें,
वह शरारतें,
वह मस्तियाँ,
वह खिला हुआ चेहरा ।

सब एक किताब में कैद है,
अब वह मासूमियत भी,
खो गयी है कहीं,
लौटेगी न यह कभी ।

वक़्त उड़ता है,
बचपन से जवानी का सफर,
कुछ ऐसा है,
कि सुख अब सिर्फ एक वाक्य रह गया है ।

हर पल, हर घड़ी,
याद आते हैं हमारे शिक्षक,
जिन्होंने हमें काबिल बनाया,
हर मुश्किल से लड़ने के लिए ।

मरते दम तक,
मिटेंगी न यह कभी,
पूरी दुनिया हम पीछे छोड़ जाते हैं,
और सिर्फ यादें ले जाते हैं ।


Monday 6 March 2017

Little Joys Of Life

Live life without worries,
Live life without fears.
Only once does this opportunity knock your door,
Don't let it go unless you have lots of it in store.

Life cannot be predicted,
No matter how hard you try.
There's no replacement in your fate,
Let's leave no room for hate.

Happiness and joy,
Needs to be discovered.
It doesn't come automatically always,
You need to first enter the maze.

Little joys like birthdays, childbirth, victory,
Should always be cherished.
Money won't buy you happiness,
Nor will it buy you relatonships.

Find bliss in small moments,
As that is what life is made of.
Drops of water form an ocean,
Similarly, little joys will never let you enter depression.

निर्दोष

पाप सभी करते हैं,
और उनकी भरपाई भी,
इसी जन्म और इसी युग में,
इसकी सज़ा है मिलती । 

मैं एक २८ साल की लड़की हूँ,
इस दुनिया से उतनी वाक़िफ़ नहीं,
क्या गलत है और क्या सही,
इन बातों की मुझे इतनी समझ नहीं । 

मैं जाती हूँ रोज़ दफ्तर,
मिलते हैं यहाँ विभिन्न किस्म के लोग,
सब अपने काम में व्यस्त,
फैला है यहाँ प्रगति का रोग ।

हर शाम बेसब्री से,
 घर जाने का करती थी इंतज़ार,
कुछ बातें माँ से कहती,
और बातें उनसे छुपाती ।

एक दिन, मुझे कोई मिला,
वह दफ्तर में काम करता था,
उसने मुझसे कई बार किया था इज़हार,
कि वह करता था मुझसे प्यार । 

मगर मैंने उसे मना कर दिया,
और वह नाराज़ हो गया,
उसने मुझे मनाया,
मगर मैंने उसे भाव नहीं दिया । 

मैं सड़कों पर चल रही थी,
यूँ ही एक दिन,
वह आया मेरे पीछे,
और मेरे लिए वह घड़ी थी मुश्किल ।

वह कह रहा था बार-बार,
कि उसे मुझसे था प्यार, 
 और जैसे ही मैंने मना किया,
वह मेरे चेहरे पर तेज़ाब फेंक कर भाग गया ।

मैं रो रही थी ज़ोर से,
मगर वह न सुना,
वह बच गया पुलिस से,
और कबूल नहीं किया अपना गुनाह । 

मैं  निर्दोष थी,
मेरा चेहरा पूरी तरह जला हुआ था,
मैं उस घटना को कैसे भूलूँगी?
हर पल वह है याद, जब कभी देखती हूँ मैं आईना ।

उसने कभी माफ़ी भी नहीं माँगी,
मेरी ज़िन्दगी उसने बर्बाद की,
ऐसे लोग निर्दोष बच जाते हैं,
और अपनी ज़िन्दगी मज़े से जीते हैं ।