Thursday 27 April 2017

आँचल (गाना)

तू कहाँ है मेरे लाल,
तेरी राह तकूँ, हो कर बेहाल |
कब लौटेगा तू यह बता,
ऐसे न मुझे सता |

करूँ तुझे लाड-प्यार,
इतना कि तू भूल जाए अंधकार,
मेरे आँचल में आ जा,
तुझे लोरी सुनाऊँ हर दफा |

कितनी देर तक रूठेगा मुझसे,
बनाऊँ तेरे लिए स्वादिष्ट चीज़ें,
मनाऊँ तुझे ऐसे ही,
मेरा संसार है तू ही |

जो माँगा,
वह दिया,
जैसे चाहा,
वैसे किया |

डर है कहीं,
यह आँचल सूना न पड़ जाए,
तुझे देखे बिन अब तो,
रहा न जाए |

लौट जा शीघ्र,
करूँ तेरी प्रतिक्षा,
तुझे होनहार बनने की,
दी है मैंने शिक्षा |

डर है कहीं,
यह आँचल सूना न  पड़ जाए,
तुझे देखे बिन अब तो,
रहा न जाए |

तबाही (गाना)

तू मुझे जो मिला है यहाँ,
मिल गयी मेरी ज़िन्दगी की दिशा,
इस कदर मिले हो हमें,
लिख दिए मिलकर तकदीरें |

न आए कभी दूरियाँ हमारे बीच,
कभी न हो रिश्ते में ऊंच-नीच,
करते हैं तेरे लिए दुआ,
साथ रहें हम हर जगह |

कोई न आए अड़चन हम पर,
साथ में कट जाए सफर,
तनहा रहे न कभी हम,
बाटें साथ सारी खुशियाँ और घम |

इतना क्यों खो जाते हैं हम,
चलते-चलते हर कदम,
पूरी तरह समर्पित कर के खुद को,
चल पड़े, जहाँ जन्नत हो |

क्या ख्वाब थे वह,
जहाँ हम सारी दुनिया को,
गलत साबित कर के,
चल पड़ते थे आगे |

सोचा नही था कभी,
कि यहीं होगी ख़त्म ज़िन्दगी,
इस तरह छोड़कर निकल गए,
मेरे सारे अरमान जल गए |

यहीं से हुई,
शुरू मेरी तबाही,
अकेले हर जगह भटकती थी,
मिला नहीं कोई साथी |

कांच की तरह बिखर गया,
इस दिल का हर टुकड़ा,
इन्साफ मिलने में देर है,
मगर नहीं कभी अंधेर है |

Friday 14 April 2017

न जाने कब (गाना)

यह मासूमियत,
यह जवानी,
ले जाती है हमसे,
हमारी सुकून -भरी ज़िन्दगी |

न जाने कब,
हम हुए जवान,
न जाने कब,
इंसान से बन गए हैवान |

कुछ देर अगर,
सोच में पड़ जाते,
तो शायद ज़िन्दगी,
में हर मुश्किल से लड़ जाते |

कभी नहीं की हमने,
खुदा से शिकायत,
हर देन पर उसकी,
की है उस चीज़ की इज़्ज़त |

न जाने कब,
ऐसी मुश्किलें आ गई,
कि हर कदम सोच में डूबकर,
माँगते थे हम उससे अपनी पुरानी ज़िन्दगी|

कुछ न रहा अब बस में,
प्रार्थनाओं के सिवा,
हर वक़्त, हर घड़ी,
केवल दर्द है मिला |

हैवान तो बन ही गए हम,
अपना हक़ माँगते-माँगते,
खुद को कोसने लगे हम,
सोते-जागते |


न जाने कब,
खुशियाँ बन गई आँसू,
न जाने कब,
बदलेगी इस ज़िन्दगी की हर पहलू | 

Head Held High

The world is a selfish place,
It's difficult to survive here.
So many people to compete with,
In my heart, there is some fear.

Nobody to look after you,
When you're in need.
Everyone wants favors from you,
But nobody to help you when you plead.

But, you must always,
Keep your head held high,
No matter who becomes a barrier,
Between you and the sky.

Sky is your limit,
Fly as much as you desire.
The world will only let you down,
But, you must be the person whom people admire.

Never let any obstacle,
Break your confidence.
Keep your head held high,
And be a person of substance.