Friday 9 June 2017

स्वागत (गाना)

दिल के दरबार में,
आपका स्वागत है |
यहाँ बहती है प्यार की कष्टी,
कर रहा दिल इबादत है |

चाहत के सागर में,
आपका स्वागत है |
कोई भी व्यक्ति दु:खी नहीं यहाँ,
चाहने की यहाँ सब को आदत है |

जश्न के महफ़िल में,
आपका स्वागत है |
सभी को यहाँ मिलती है ख़ुशी,
मिलती साथ में जन्नत है |

सपनों के जहान में,
आपका स्वागत है |
देखता है हर कोई सपने जी भर के,
इन्हें सच करने की इजाज़त है |

स्वागत करो हर भावना का,
दिल खोल कर |
क्योंकि यह पल फिर न आएँगे,
इन्हें दिल में बसाकर दे दो घर |

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