Wednesday 9 December 2015

तुम ही तो हो (गाना)

इन आहटों में,
कोई तो छुपा है।
इन दुआओं में,
कोई तो बसा है।

जाने कब रात से,
हो गया उजाला।
इन ख्यालों  में इतना खो गया कि  मानो,
तू ही दिखे हर जगह।

तुम ही तो हो,
मेरी रूह में ।
तुम ही तो हो,
मेरी साँसों में ।

दिल धड़के न तुझ बिन,
तुझे सोचा करूँ हर दम।
तू ही दिखे रात-दिन,
 तेरे साथ चलूँ हर कदम।

तुमसे ही सीखा है,
जीना,
तुझसे जुदा  होना,
कभी न।

तुम ही तो  हो,
मेरी रूह में ।
तुम ही तो हो,
मेरी साँसों में ।

एक पल की भी दूरी,
करे मेरा बुरा हाल।
प्यार में क्या होता है,
यह तो पूछो ही मत सवाल।

अनजान लोगों से,
क्या डरना।
हमें तो प्यार करना है,
इन प्रेम की सीढ़ियों से हमें है हाथ पकड़कर उतरना।

तुम ही तो हो,
मेरी रूह में ।
तुम ही तो हो,
मेरी साँसों में ।

क्या सही, क्या गलत,
यह तो नहीं पता।
प्यार में लिख देते हैं प्रेमी,
एक अलग कथा ।

जिसे बदलना मुश्किल है,
न होगी कोई संपादन।
जो भी इस दिल में जा बसता है,
उससे कभी न होगी अनबन ।



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