देखा था तुमको जब से,
नींद उड़ी है तब से,
सोचा करूँ हर लम्हा,
उस घड़ी के बाद, दिल न रहा तन्हा ।
बाँध ली है हमें,
किस्मत ने एक ऐसे डोर से,
पूरी ताकत लगाकर भी,
टूटता नहीं है यह कभी ।
तुझे देखते ही,
धड़कनें बढ़ गयी,
मन में मेरे, दिन-रात तेरे,
ख्याल आने लगे ।
क्या पता था मेरी ज़िन्दगी,
एक पल में यूँ बदलेगी,
तू बन गयी हर साँस, हर धड़कन,
तुझे देख कर भुला दूँ सारे अड़चन ।
सभी रिश्ते फीके लगने लगे,
तुझ पे हम मरने लगे,
काश हम-तुम एक हो जाते,
और करते ढ़ेर सारी बातें ।
तुझे देखते ही,
धड़कनें बढ़ गयी,
मन में मेरे, दिन-रात तेरे,
ख्याल आने लगे ।
सच्चा प्यार नहीं मिलता है,
ढूँढना पड़ता है,
आसान नहीं है यह काम,
अक्सर इसके खोज में, गलत हो सकता है अंजाम ।
पूरी ज़िन्दगी भी कम है,
तेरे संग बिताने के लिए,
दिल पर काबू कोई कैसे रखे,
जब तू आए मेरे सामने?
तुझे देखते ही,
धड़कनें बढ़ गयी,
मन में मेरे, दिन-रात तेरे,
ख्याल आने लगे ।
नींद उड़ी है तब से,
सोचा करूँ हर लम्हा,
उस घड़ी के बाद, दिल न रहा तन्हा ।
बाँध ली है हमें,
किस्मत ने एक ऐसे डोर से,
पूरी ताकत लगाकर भी,
टूटता नहीं है यह कभी ।
तुझे देखते ही,
धड़कनें बढ़ गयी,
मन में मेरे, दिन-रात तेरे,
ख्याल आने लगे ।
क्या पता था मेरी ज़िन्दगी,
एक पल में यूँ बदलेगी,
तू बन गयी हर साँस, हर धड़कन,
तुझे देख कर भुला दूँ सारे अड़चन ।
सभी रिश्ते फीके लगने लगे,
तुझ पे हम मरने लगे,
काश हम-तुम एक हो जाते,
और करते ढ़ेर सारी बातें ।
तुझे देखते ही,
धड़कनें बढ़ गयी,
मन में मेरे, दिन-रात तेरे,
ख्याल आने लगे ।
सच्चा प्यार नहीं मिलता है,
ढूँढना पड़ता है,
आसान नहीं है यह काम,
अक्सर इसके खोज में, गलत हो सकता है अंजाम ।
पूरी ज़िन्दगी भी कम है,
तेरे संग बिताने के लिए,
दिल पर काबू कोई कैसे रखे,
जब तू आए मेरे सामने?
तुझे देखते ही,
धड़कनें बढ़ गयी,
मन में मेरे, दिन-रात तेरे,
ख्याल आने लगे ।
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