दुनिया में,
हज़ारों तरह के लोग रहते हैं ।
कुछ बोल-बोल कर थकते हैं,
और कुछ इल्ज़ाम सहते हैं ।
तू उनमें से एक है,
जो बिन कुछ बोले,
सब कह जाती है,
मगर दिल में दर्द बढ़ता है, हौले-हौले।
इसलिए तू हमेशा,
खोई-खोई सी रहती है।
कभी ज़िक्र न किया दर्द का,
तेरे आँखों से निरंतर आँसू बहते हैं ।
ज़िक्र करने से पीछे मत हटना,
क्योंकि इसी से मिलता है सुकून।
कहानियों में अक्सर दिखाते हैं,
की लोग टूट कर बिखर जाते हैं ।
दिल पर इतना बोझ मत डाल,
वह कभी भी टूट जाऐगा।
अकेलेपन से बाहर निकल,
और आनंदित हो कर देख यह दुनिया।
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