सुनोगे जब तुम,
बच्चों की ललकारें,
मिलता है सुकून,
इस दिल को।
हर माँ की ख्वाहिश थी जो,
पूरी हो गयी,
आखिर उसका वंश है,
जो इस दुनिया में आया है।
सुबह-शाम,
करे उसकी हिफाज़त,
न थके उसे देख-देख कर,
बस करती जाए अपना कर्तव्य।
वह ख़ुशी है उसे मिली,
हर हाल में उसका ध्यान रखेगी,
कभी करे न वह शिकायत,
इस बच्चे के साथ मिली उसे जन्नत।
सारी मुश्किलों को झेलते हुए,
वह लाई है उसे अपनी दुनिया में,
कोई करे अगर उसकी बुराई,
तो सारी दुनिया से अपने बच्चे के लिए लड़ेगी।
कभी न करे अपने बच्चे की बुराई,
हर हाल में करे उसकी वाह-वाही,
दुनिया के हैवानों से करे उसकी रक्षा,
दिलाए उसे सबसे अधिक शिक्षा ।
यह ख़ुशी गम में न बदले कभी,
यह ही करते हैं दुआ,
कभी भी आँच न आए उस बच्चे पर,
सारी मुश्किलों से लड़ने की शक्ति मिले उसे हर बार।
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