ओ तेरी सूरत की चमक,
लगे जैसे दमक,
कोई चाँदनी रात में,
चमकती सड़क । (x2)
तेरी अदाओं पर तो मैं,
मर गया उसी समय,
क्या बताऊँ कैसे ख्याल,
आए मेरे मन में ।
तेरी आँखों का रंग चंगा ,
उन में जादू का है नशा (x2)
तेरी ओर खींचे हर दफा,
तेरी बातों में मैं खो गया।
ठुमक-ठुमक के तू,
पुकारे मुझे यूँ ,
कहे तू कुछ नहीं,
पर मैं तुझे देखता रहूँ ।
तेरी पतली कमर ,
ने बहकाया इस कदर,
न सोने दिया,
जागूँ मैं रात-भर।
तुझसे मिलने के लिए,
तरसूँ हर लम्हे में ,
कोई तो बात थी,
उन छोटे संदेशों में ।
आमना-सामना तो हुआ,
मुझे याद है वह लम्हा ,
जब हम आँखों में आँखें डालकर ,
बसा लेते थे अपने लिए एक अलग जहान ।
ठुमकाना एक दफा,
अपनी कमर को ज़रा,
फिर से प्यार करने लगूँ तुझे ,
भूल कर यह विश्व सारा।
-कृतिका भाटिया द्वारा लिखा गया गाना।
लगे जैसे दमक,
कोई चाँदनी रात में,
चमकती सड़क । (x2)
तेरी अदाओं पर तो मैं,
मर गया उसी समय,
क्या बताऊँ कैसे ख्याल,
आए मेरे मन में ।
तेरी आँखों का रंग चंगा ,
उन में जादू का है नशा (x2)
तेरी ओर खींचे हर दफा,
तेरी बातों में मैं खो गया।
ठुमक-ठुमक के तू,
पुकारे मुझे यूँ ,
कहे तू कुछ नहीं,
पर मैं तुझे देखता रहूँ ।
तेरी पतली कमर ,
ने बहकाया इस कदर,
न सोने दिया,
जागूँ मैं रात-भर।
तुझसे मिलने के लिए,
तरसूँ हर लम्हे में ,
कोई तो बात थी,
उन छोटे संदेशों में ।
आमना-सामना तो हुआ,
मुझे याद है वह लम्हा ,
जब हम आँखों में आँखें डालकर ,
बसा लेते थे अपने लिए एक अलग जहान ।
ठुमकाना एक दफा,
अपनी कमर को ज़रा,
फिर से प्यार करने लगूँ तुझे ,
भूल कर यह विश्व सारा।
-कृतिका भाटिया द्वारा लिखा गया गाना।
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