तेरे एक इशारे पे,
घुमा दूँ पूरी दुनिया मैं,
तेरे हुकुम सराखों पर,
तेरे नाम का बना दूँ एक शहर।
तू कह दे तो,
तारे गिन लूँ ,
तू जो कह दे,
एक रुत का नज़ारा एक चुटकी में बदले ।
क्या है तेरे लफ़्ज़ों की खासियत,
क्या चमत्कार कर रहा है कुदरत।
एक करिश्मा यहाँ भी कर दो,
एक झटके में इस जीवन को बदल लो।
तू जो कह दे,
धरती को जन्नत बना दूँ ।
क्या कहेगा यह जहान,
कोइ न रहेगा किसीसे अंजान ।
तू जो कह दे,
हीरे की बारिश बरसा दूँ तुझ पर,
तू जो कह दे,
तो इस पृथ्वी के हर कोने में जाकर माँगूँ दुआएँ दिन भर।
घुमा दूँ पूरी दुनिया मैं,
तेरे हुकुम सराखों पर,
तेरे नाम का बना दूँ एक शहर।
तू कह दे तो,
तारे गिन लूँ ,
तू जो कह दे,
एक रुत का नज़ारा एक चुटकी में बदले ।
क्या है तेरे लफ़्ज़ों की खासियत,
क्या चमत्कार कर रहा है कुदरत।
एक करिश्मा यहाँ भी कर दो,
एक झटके में इस जीवन को बदल लो।
तू जो कह दे,
धरती को जन्नत बना दूँ ।
क्या कहेगा यह जहान,
कोइ न रहेगा किसीसे अंजान ।
तू जो कह दे,
हीरे की बारिश बरसा दूँ तुझ पर,
तू जो कह दे,
तो इस पृथ्वी के हर कोने में जाकर माँगूँ दुआएँ दिन भर।
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